गुरुवार, 1 अक्तूबर 2009

मिशन मिथिला


मैथिली भाषाक प्रेमी आब बिहारे नहि मुदा दिल्ली ,मुम्बई, कोलकाता जकाँ महानगरमे सभसँ बेसी अछि । मिथिलाक निवासी लोकनिक ह्रदयमे पहुनक सत्कारक लेल सभसँ पैघ स्थान अछि । मिथिला अपन मधुरतम भाषा मैथिली आ अपन अनमोल कला -संस्कॄति यथा मिथिला पेंटिंग्स आदिक लेल अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अछि। मिथिला अपन शांत वातावरण ,शांतिप्रियता ओ कुशाग्र बुद्धिमानकेँ जन्म देवय्वलक भूमि रहल अछि ।मिथिलाक प्राचीन वैदिक परंपरा जगत प्रसिद्ध अछि । मिथिलाक पंडित लोकनिक शास्त्रार्थक इतिहासमे अनेक ठाम वर्णन अछि । मिथिलाक प्राचीन कला , सभ्यता, ओ संस्कॄति पर विश्वमे तेजी सँ शोध भ रहल अछि । समस्त मिथिलावासी लोकनिकेँ अपन मिथिला भूमिकेँ प्राचीन परंपरा पर अभिमान अछि। दुखक विषय इ अछि जे ए क्षेत्र सेहो आधुनिकताक चपेटमे आबि चुकल अछि। बदलाबक आँधीक प्रभाव एहि तरहे परल अछि जे लोक अपन प्राचीन समॄद्ध परंपराकेँ बिसरैत जा रहल अछि। संरक्षणक शक्तिएसँ हमरा लोकनि अपन बचाव क सकैत अछि। जदि एहि दिस ध्यन नहि देल गेल तँ प्राचीन मूल्य ओ पूर्वजक अथक परिश्रम , जकरा लेल ओ जुग- जुग धरि कठोर साधना कयने छलाह, ओ समाप्त भ जायत। एहि महत्वपूर्ण काजकेँ मिशन मिथिला नाम देल गेलअछि।मिशन मिथिलाकेँ गतिशीलता प्रदान करबाक उद्येश्यसँ वेबसाइट प्रारंभ कयल गेल अछि । वेबसाइट ओ मिथिला महान पत्रिकाक प्रबन्ध संपादक गोपाल प्रसाद मिशन मिथिला केर संयोजक सेहो छथि। भारतीय सभ्यता-संस्कॄतिमे मिथिलाक योगदान , मिथिलाक सर्वांगीण विकास , फ़राक मिथिला राज्यक प्रासंगिकता ओ बदलाबसँ जुड़ल कतेक अहम विषयवस्तु पर मिथिला मूलक विशेषज्ञ लोकनिकेँ विचारसँ बुझेनाइ हमर प्राथमिकता अछि ।देशक पिछड़ल राज्य बिहारक अति पिछड़ल प्रांत मिथिलामे विकासक संभावना ,उभरैत बिहारक मूल समस्या ,केन्द्र एवं राज्य सरकारक नीति आ ओकर प्रतिपादनक संगे- संग बिहारक नवनिर्माणमे जुटल वीर सभसँ परिचय करेनाइ हमर जिम्मेदारी अछि। दिल्ली केर पहिल उपराज्यपाल आदित्यनाथ झा मिथिला मूल केँ छ्लाह। राजनीतिक कारणे क्षेत्रक मधुरतम भाषा मैथिली ( एखन आठम अनुसूचीमे स्थान प्राप्त )केर संग उदासीन नीति सरकारी स्तर पर अपनाओल जा रहल अछि। दिल्ली केर बाद आब मुम्बई ओ कोलकातामे मैथिली अकादमी केर स्थापना, सभटा विश्वविद्यालयमे मैथिलीक पढौनी, पुस्तकालयमे पाठक लोकनिक लेल मैथिली पोथीक उपलब्धता सुनिश्चित करबाक हेतु जनजागरण ओ सार्थक पहल केनाइए एकर उद्येश्य अछि । मिथिलाक सांस्कॄतिक विरासत केर प्रचार-प्रसारक उद्येश्यक लेल वेबसाईट ओ मिथिला महान पत्रिका लेल अपनेक सहयोग आ समर्थनक आवश्यकता अछि।

2 टिप्‍पणियां:

  1. aahan mithila mission ke madhaym sa~ bahut neek kaaj kay rahal chhi. humar hardik shubh kaamna... sahitya aa bhasha ke samaj ke vikas mein aham yogdaam chaik, ee aai bujai ke aavashkta chai aa bujhawak seho ! punah eak ber haardik shubhkaamna !

    saadar !

    जवाब देंहटाएं
  2. आह....ओना त कुनु विशेष समय नै दै पाबै छी हम नेट पर, मुदा अपनेक इ प्रयास देख क खूब मोन प्रसन्न भेल....

    जवाब देंहटाएं